तेरे दरबार में मैया मैं आशा लेके आई हूं,
तेरे दरबार में मैया मैं आशा लेके आई हूं,
नहीं सुनता जिसे कोई सुनाने तुझको आई हूं,
नहीं सुनता जिसे कोई सुनाने तुझको आई हूं,
तेरे दरबार में मैया मैं आशा लेके आई हूं,
तेरे दरबार में मैया मैं आशा लेके आई हूं।।
नहीं है पास कुछ मेरे, जो मैं तेरी नजर कर दूं,
नहीं है पास कुछ मेरे, जो मैं तेरी नजर कर दूं,
मगर एक आंसुओ का मैं पिरोकर हार लाई हूं,
मगर एक आंसुओ का मैं पिरोकर हार लाई हूं,
तेरे दरबार में मैया मैं आशा लेके आई हूं,
नहीं सुनता जिसे कोई सुनाने तुझको आई हूं।।
इस दुखिया की दुनिया में अंधेरा ही अंधेरा है,
इस दुखिया की दुनिया में अंधेरा ही अंधेरा है,
जला दो आशा का दीपक तमन्ना लेके आई हूं,
जला दो आशा का दीपक तमन्ना लेके आई हूं,
तेरे दरबार में मैया मैं आशा लेके आई हूं,
नहीं सुनता जिसे कोई सुनाने तुझको आई हूं।।
पड़े हैं कष्ट जब मुझपर पुकारी हूं तुम्हे मैया,
पड़े हैं कष्ट जब मुझपर पुकारी हूं तुम्हे मैया,
काट दो मेरे संकट को सहारा लेके आई हूं,
काट दो मेरे संकट को सहारा लेके आई हूं,
तेरे दरबार में मैया मैं आशा लेके आई हूं,
नहीं सुनता जिसे कोई सुनाने तुझको आई हूं।।
मैं खाकर ठोकरें जग की तेरे दरबार आई हूं,
मैं खाकर ठोकरें जग की तेरे दरबार आई हूं,
बचा लो मुझको दुनिया से बहुत ही मैं सताई हूं,
बचा लो मुझको दुनिया से बहुत ही मैं सताई हूं,
तेरे दरबार में मैया मैं आशा लेके आई हूं,
नहीं सुनता जिसे कोई सुनाने तुझको आई हूं,
तेरे दरबार में मैया मैं आशा लेके आई हूं,
नहीं सुनता जिसे कोई सुनाने तुझको आई हूं।।