तर्ज/धीरे धीरे बोल कोई सुन ना ले।
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा,
बोले जा तू बोले जा,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा,
बोले जा तू बोले जा,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा,
बोले जा तू बोले जा,
मुश्किल से डरना नहीं,
मुश्किल से डरना नहीं,
घबरा के पीछे हटना नहीं,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा,
बोले जा तू बोले जा,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा,
बोले जा तू बोले जा,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा।।
मैं जागूंगा दिन हो चाहे रात,
चाहे धूप हो या चाहे बरसात,
सीमा पर खड़ा बन पहरेदार,
चाहे गोलियों की हो बौछार,
आगे कदम बढ़ाता हूं,
शिखर ध्वजा फहराता हूं,
मुश्किल से डरना नहीं,
घबरा के पीछे हटना नहीं,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा,
बोले जा तू बोले जा,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा,
बोले जा तू बोले जा,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा।।
हंस हंस के सारे दर्द सह लूं,
चोट लगी हो तो खुश रह लूं,
आंधी आए या आए तूफान,
कम ना होने दूं देश की शान,
कतरा–कतरा लहू बहे,
बूंद–बूंद यही कहे,
मुश्किल से डरना नहीं,
घबरा के पीछे हटना नहीं,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा,
बोले जा तू बोले जा,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा,
बोले जा तू बोले जा,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा।।
बहादुरी से होती जिसकी प्रीत,
डर के आगे होती उसकी जीत,
जग में होता है उसका ही नाम,
रचता है जो एक नया इतिहास,
कहानी नई लिख जाऊंगा,
हौसलों से मिल पाऊंगा,
मुश्किल से डरना नहीं,
घबरा के पीछे हटना नहीं,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा,
बोले जा तू बोले जा,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा,
बोले जा तू बोले जा,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा।।
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा,
बोले जा तू बोले जा,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा,
बोले जा तू बोले जा,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा,
बोले जा तू बोले जा,
मुश्किल से डरना नहीं,
मुश्किल से डरना नहीं,
घबरा के पीछे हटना नहीं,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा,
बोले जा तू बोले जा,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा,
बोले जा तू बोले जा,
जय हिन्द, जय हिन्द बोले जा।।