Tu Roj Ghutave Bhang Pol Teri Kholungi Peehar Mein .

तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी पीहर में।


तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी पीहर में,
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी पीहर में,
पीहर में भोले पीहर में, पीहर,
पीहर में भोले पीहर में, पीहर,
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी पीहर में,
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी पीहर में।।


मेरे हाथ में छाले पड़ गए सुन भोले,
मेरे हाथ में छाले पड़ गए सुन भोले,
मेरे हाथ में छाले पड़ गए सुन भोले,
मेरे हाथ में छाले पड़ गए सुन भोले,
तेरी भांग में लग जाए आग, 
पोल तेरी खोलूंगी पीहर में,
तेरी भांग में लग जाए आग, 
पोल तेरी खोलूंगी पीहर में,
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी पीहर में,
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी पीहर में।।

ऊंचे पर्वत तेरा वास है सुन भोले,
ऊंचे पर्वत तेरा वास है सुन भोले,
ऊंचे पर्वत तेरा वास है सुन भोले,
ऊंचे पर्वत तेरा वास है सुन भोले,
तोपे चढ़ा है राग बैराग,
पोल तेरी खोलूंगी पीहर में,
तोपे चढ़ा है राग बैराग,
पोल तेरी खोलूंगी पीहर में,
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी पीहर में,
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी पीहर में।।

तुझे कैसे पहनाऊं मैं माला सुन भोले,
तुझे कैसे पहनाऊं मैं माला सुन भोले,
तुझे कैसे पहनाऊं मैं माला सुन भोले,
तुझे कैसे पहनाऊं मैं माला सुन भोले,
तेरे गले में पड़े हैं नाग,
पोल तेरी खोलूंगी पीहर में,
तेरे गले में पड़े हैं नाग,
पोल तेरी खोलूंगी पीहर में,
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी पीहर में,
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी पीहर में।।

पर्वत पर टूटी झोपड़िया है सुन भोले,
पर्वत पर टूटी झोपड़िया है सुन भोले,
पर्वत पर टूटी झोपड़िया है सुन भोले,
पर्वत पर टूटी झोपड़िया है सुन भोले,
मेरे मैके में हरे भरे बाग,
पोल तेरी खोलूंगी पीहर में,
मेरे मैके में हरे भरे बाग,
पोल तेरी खोलूंगी पीहर में,
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी पीहर में,
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी पीहर में,
पीहर में भोले पीहर में, पीहर,
पीहर में भोले पीहर में, पीहर,
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी पीहर में,
तू रोज घुटावे भांग पोल तेरी खोलूंगी पीहर में।।

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